समुद्री बीमा के प्रकार, महत्त्व, लाभ

zerodha
₹0 Brokerage for Delivery Trading | Flat ₹20 Intraday

 समुद्री बीमा जहाजों, नौकाओं, टर्मिनलों, यॉट, और सबसे महत्वपूर्ण, कार्गो को इस पर लदे सामान सहित समुद्री यात्रा या आवागमन के दौरान होने वाली क्षति या नुकसान के लिए कवर प्रदान करता है। इसी के साथ समुद्री यात्रियों और क्रू मेंबर का भी इंश्योरेंस करवाया जाता है जो की जान जाने पर या हॉस्पिटल में एडमिट होने के केस में कवर प्रदान करता है। बीमा का एकमात्र उद्देश्य जोखिम को कम करना होता है, समुद्री बीमा (samudri bima kya hai) भी यही करता है। आज यहां हम समुद्री बीमा के प्रकार, महत्त्व, और लाभ पर विस्तार से चर्चा करेंगे।


समुद्री यात्रा के दौरान जहाज कई तरह के खतरों से घिरा होता है। उदाहरण के तौर पर जहाज तूफान के कारण डूब सकता है, यह किसी दूसरे जहाज से टकरा सकता है, तूफान के कारण जहाज का सामान डूब सकता है या उसको नुकसान हो सकता है। ऐसी स्थितियों में होने वाले नुकसान को सहने के लिए कार्गो कंपनियां समुद्री बीमा खरीदती है। इंश्योरेंस क्लेम करने पर लाभ चुने गए समुद्री बीमा के प्रकार के आधार पर मिलते हैं।

बीमा कंपनी क्लेम की राशि होने वाले नुकसान के आधार पर अदा कर सकती है या बीमाकर्ता और पॉलिसी होल्डर आपसी सहमति से एक सहमत मूल्य तय कर लेते हैं। इस प्रकार की नीति को 'सहमत मूल्य नीति' कहां जाता है।

what is marine insurance in hindi


समुद्री बीमा क्या है? - Samudri Bima Kya Hai

समुद्री बीमा (Marine insurance in Hindi) जैसे कि नाम ही दर्शाता है जहाजों, नौकाओं, टर्मिनलों, यॉट, और कार्गो को सुरक्षा प्रदान करने के लिए होता है। यह बीमा कंपनी और पॉलिसीधारक के बीच एक कानूनी अनुबंध होता है। जिसमें पॉलिसीधारक तय की गई राशि बीमा कंपनी को प्रीमियम के रूप में अदा करता है और उसके बदले बीमा कंपनी समुद्री यात्रा के दौरान जहाज और उसके सामान की क्षति होने पर क्षतिपूर्ति करती है।

इसी तरह बड़े कार्गो शिप क्लाइंट का सामान लेकर जाते हैं और संभावित है कि एक्सीडेंट होने की स्थिति में सामान को भी नुकसान हो सकता है या वह समुद्र में गिरकर डूब सकता है। ऐसी स्थिति में क्लाइंट के नुकसान की भरपाई के लिए भी मरीन इंश्योरेंस (Marine insurance in Hindi) खरीदा जाता है।

इसी के साथ ही समुद्री यात्रा के दौरान यात्रियों और क्रू मेंबर (crew member) का भी मरीन इंश्योरेंस करवाया जाता है जो कि चोट लगने पर हॉस्पिटल खर्च की भरपाई करता है।

इसमें कवरेज की अवधि 1 साल तक हो सकती है या सिर्फ एक यात्रा के लिए हो सकती है। समुद्री बीमा के लाभ पॉलिसीधारक द्वारा खरीदे गए समुद्री बीमा के प्रकार के आधार पर तय किए जाते हैं।

क्या महत्व है?

समुद्री जहाज, नौकाए और ऐसे वाहन बहुत महंगे होते हैं। स्वभाविक है कि दुर्घटना के बाद इनकी मरम्मत पर भी बहुत ज्यादा पैसे लगेंगे या अगर समुद्री तूफान के दौरान यह जहाज डूब जाए तो कंपनी को बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ जाता है। ऐसी स्थितियों में होने वाले नुकसान से निपटने के लिए एक कार्गो कंपनी समुद्री बीमा का चयन करती है।

इसी तरह अगर कंपनी का जहाज किसी दूसरे जहाज को टक्कर मार दे तो ऐसी स्थिति में कंपनी को दूसरे जहाज की क्षतिपूर्ति करनी पड़ती है। ऐसी स्थिति में भी  मरीन इंश्योरेंस (marine insurance) काम आता है।

ट्रांसपोर्टर्स और शिपिंग कंपनियों के लिए समुद्री बीमा एक जीवन रक्षक है क्योंकि यह कई तरह के वित्तीय नुकसान, संपत्ति के नुकसान से सुरक्षा प्रदान करता है। अभी हम समुद्री बीमा के प्रकार जानेंगे।

समुद्री बीमा के प्रकार - Types of marine insurance

  • कार्गो बीमा (Cargo Insurance)
  • हल बीमा (Hull Insurance)
  • माल ढुलाई बीमा (Freight Insurance)
  • ओपन कार्गो बीमा (Open Cargo Insurance)
  • देयता बीमा (Liability Insurance)
  • नवनिर्माण जोखिम कवर
  • यॉट इंश्योरेंस (Yacht Insurance)

कार्गो बीमा (Cargo Insurance)

कार्गो बीमा समुद्री बीमा का एक प्रकार है। इस पॉलिसी में कार्गो को सुरक्षा प्रदान की जाती है। लोडिंग व अनलोडिंग के दौरान, आयात निर्यात के दौरान कार्गो या उसके सामान को होने वाली हानि को इस पॉलिसी में कवर किया जाता है। कार्गो इंश्योरेंस में दो तरह के प्लान मिलते हैं: ओपन कवर और सिंगल कवर। 

ओपन कवर में बीमा पॉलिसी की अवधि 1 साल या उससे कम/ज्यादा हो सकती है। ऐसी पॉलिसी उन कंपनियों के लिए अच्छी रहती है जो पूरे साल के दौरान आवागमन करती रहती है।

दूसरी तरफ जो कंपनियां साल में बहुत कम आवागमन करती है उनके लिए सिंगल कवर पॉलिसी अच्छी रहती है। इस तरह की पॉलिसी में बीमा कवर एक यात्रा के लिए ही होता है। समान को सुरक्षित पहुंचाने और  वापिस आने के बाद पॉलिसी का कवर खत्म हो जाता है।

हल बीमा (Hull Insurance)

हल बीमा में जहाज और उसने लगी हर एक मशीनरी, इक्विपमेंट के लिए कवर प्रदान किया जाता है। कवर सिर्फ एक यात्रा के लिए या किसी निश्चित अवधि के लिए प्रदान किया जाता है।

माल ढुलाई बीमा (Freight Insurance)

जब आप किसी मालवाहक जहाज से अपना सामान भेजते हैं तो जहाज कंपनी सीमित बीमा कवर देती है उदाहरण के लिए पैकिंग के अंदर सामान को होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं की जाती। लेकिन अगर आप चाहे तो माल ढुलाई बीमा खरीद कर अतिरिक्त बीमा कवर लेकर अपने सामान को पूरी तरह सुरक्षित कर सकते हैं।

इस तरह के समुद्री बीमा के प्रकार में यात्रा के दौरान समान को होने वाले किसी भी तरह के नुकसान की भरपाई की जाती है।

ओपन कार्गो बीमा (Open Cargo Insurance)

इस तरह की पॉलिसी मालवाहक जहाज या शिपर के द्वारा माल की सुरक्षा के लिए खरीदी जाती है। नुकसान की स्थिति में, शिपमेंट के असली मूल्य की भरपाई की जाती है।

देयता बीमा (Liability Insurance) 

इस पॉलिसी में जहाज द्वारा तीसरे पक्ष के हुए नुकसान की देनदारीओं के लिए कवर प्रदान किया जाता है। उदाहरण के तौर पर अगर जहाज किसी दूसरे जहाज को टक्कर मार दे तो इस स्थिति में दूसरे जहाज के नुकसान की भरपाई के लिए दावा किया जा सकता है।

नवनिर्माण जोखिम कवर

इस समुद्री बीमा के प्रकार में निर्माण के अधीन हल (Hull) को कवर किया जाता है।

यॉट इंश्योरेंस (Yacht Insurance)

इस तरह की पॉलिसी में लग्जरी मनोरंजन के समुंद्री वाहन जैसे कि यॉट (yacht) के लिए कवर प्रदान किया जाता है। क्योंकि ऐसे समुद्री वाहन बहुत महंगे होते हैं इसीलिए आमतौर पर इन वाहनों की सुरक्षा के लिए इस समुद्री बीमा के प्रकार को चुना जाता है।

ऊपर हमने महत्वपूर्ण समुद्री बीमा के प्रकारों के बारे में जाना है। आगे  हम समुद्री बीमा के लाभों के बारे में जानेंगे।

समुद्री बीमा के लाभ

इस तरह की बीमा में हर तरह के नुकसान की भरपाई नहीं की जाती है। इंश्योरेंस कंपनी कई तरह की पॉलिसी प्रदान करती है और कोई कार्गो कंपनी अपनी जरूरत के हिसाब से पॉलिसी खरीद सकती है। यहां हमने कुछ महत्वपूर्ण समुंदरी बीमा के लाभ बताए हैं, जिनकी वजह से इस पॉलिसी को खरीदा जा सकता है:

  • आग या विस्फोट के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई
  • अगर नुकसान के कारण जहाज डूब जाए
  • भूमि की कटाई का उलटा या पटरी से उतरना
  • अपतटीय और अपतटीय संपत्ति जैसे कि बंदरगाहों, टर्मिनलों, वाहक भी जोखिम कवरेज के अंतर्गत आती है
  • बंदरगाह पर कार्गो निर्वहन दौरान होने वाले नुकसान की भरपाई
  • पोत में फंसे, ग्राउंडिंग, डूबने या कैपिंग
  • किसी दूसरे जहाज को टक्कर लगने पर नुकसान की भरपाई और तीसरे पक्ष की क्षतिपूर्ति
  • बाहरी वस्तु पानी के अलावा के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई
  • सामान्य नुकसान की भरपाई

क्या कवर नहीं होता?

समुद्री बीमा आम तौर पर निम्नलिखित जोखिमों को कवर नहीं करता:

  • जानबूझकर की गई गलती के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी द्वारा नहीं की जाती
  • देरी और निहित उपाध्यक्ष की वजह से नुकसान, क्षति या व्यय
  • माल की प्रकृति
  • साधारण रिसाव, समय के साथ बीमित वस्तुओं के होने वाले नुकसान को कवर नहीं किया जाता 
  • गलत ढंग से की गई पैकिंग के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं होती
  • जानबूझकर जहाज या समान को नुकसान पहुंचाने पर क्षतिपूर्ति नहीं की जाती
  • मालिकों, प्रबंधकों, चार्टरकर्ताओं की दिवाला या वित्तीय चूक के लिए कवर नहीं मिलता
  • परमाणु हथियारों के उपयोग से उत्पन्न होने वाली क्षति कवर नहीं होती
  • परमाणु या रेडियोएक्टिव पदार्थों के कारण होने वाले नुकसान को कवर नहीं किया जाता

समुद्री बीमा कौन खरीद सकता है?

कोई भी व्यक्ति विशेष जिसके पास किसी भी तरह का समुद्री वाहन (जहाज, नौका, यॉट, और कार्गो) या कोई व्यक्ति यात्रा के दौरान अपने समान की सुरक्षा करना चाहता है वह इस तरह के बीमा को खरीद सकता है। उपरोक्त दिए समुद्री बीमा के प्रकार में से कोई भी पॉलिसी जरूरत के हिसाब से ली जा सकती है।