
दूध हमारी सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक माना गया है. दूध में प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है . आयुर्वेद के हिसाब से कुछ पदार्थ ऐसे भी हैं. जिनको दूध के साथ खाने सेसमस्याएं पैदा हो सकती है. आज हम इस आर्टिकल में यह जानेंगे कि ऐसे कौन-कौन से पदार्थ हैं जो आयुर्वेद के हिसाब से जिनका सेवन दूध के साथ बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.
खट्टे फल
आयुर्वेद के हिसाब से दूध के साथ खट्टे फलों का प्रयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए. खट्टे फल जैसे संतरा नींबू इन सब खट्टे फलों में विटामिन सी की मात्रा भरपूर पाई जाती है जो की दूध के साथ लेना समस्या का कारण बन सकती है. यदि दूध के साथ खट्टे फलों का सेवन किया जाए तो पाचन संबंधी कई समस्याएं हो सकते हैं.
स्पाइसी भोजन
दूध के साथ कभी भी स्पाइसी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए इससे पाचन तंत्र बिगाड़ सकता है. और पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. दूध एक प्रोटीन रिच पदार्थ है और मसालेदार भोजन से शरीर में एसिड बनता है. यह दोनों चीजों का एक समय पर प्रयोग करने से पेट की आंतों में जलन महसूस हो सकती है जिससे पेट की समस्या ज्यादा बढ़ सकती हैं.
हाई फाइबर फूड
आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार दूध के साथ हाई फाइबर फूड नहीं लेना चाहिए. इससे पाचनतंत्र की क्रिया धीमी हो जाती है.जिससे भोजन पचाने में दिक्कत हो सकती है. दूध के साथ हाई फाइबर फूड लेने से पेट में गैस जैसी समस्याएं उत्पन्न होती है और पेट में भारीपन और जलन महसूस होती रहती है.
मास का सेवन
मीट मछली के साथ दूध का सेवन करना हानिकारक सिद्ध हो सकता है मीट मछली दोनों में ही प्रोटीन की मात्रा भरपूर पाई जाती है और यदि उसके साथ दूध का प्रयोग किया जाए तो इससे भी पाचन तंत्र बिगाड़ सकता है. इसका सेवन करने से न केवल पेट की समस्याएं बढ़ सकती हैं उसके साथ-साथ स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है.