
1952 में शुरू किया गया कंपटीशन जिसको नाम दिया गया। मिस यूनिवर्स का इस कंपटीशन में दुनिया के अलग-अलग कोनो में से महिलाएं भाग लेती हैं।और जिसमें टैलेंट सच्चाई खूबसूरती होती है। उसके सिर पर रखा जाता है विश्व सुंदर-सुंदरी का यह खिताब। आईए जानते हैं कौन है भारत की वह तीन विश्व सुंदरियों जिन्होंने इस ताज को अपने नाम करके पूरे भारतवर्ष का नाम रोशन किया। भारत के लिए यह एक बहुत बड़ी जीत थी क्योंकि 1952 से लेकर 1994 तक भारत की कई महिलाओं ने मिस यूनिवर्स के इस कंपटीशन में हिस्सा तो लिया पर जीत नहीं पाई।
सुष्मिता सेन
1994 में भारत में पहली बार मिस यूनिवर्स यानी कि विश्व सुंदरी का यह खिताब जीता सुष्मिता सेन ने और पूरे भारतवर्ष का नाम रोशन किया।भारत के लिए यह एक बहुत बड़ी जीत थी क्योंकि 1952 से लेकर 1994 तक भारत की कई महिलाओं ने मिस यूनिवर्स के इस कंपटीशन में हिस्सा तो लिया पर जीत नहीं पाई। सुष्मिता सेन का जन्म 1975 में हैदराबाद में हुआ था। 18 वर्ष की आयु में 21 में 1994 को सुष्मिता सेन ने जीता यह कंपटीशन और उनके सिर पर पहनाया गया विश्व सुंदरी का यह ताज सुष्मिता सेन को मिली गई इस उपाधि के बाद उन्होंने बॉलीवुड में भी बहुत धमाल मचायाऔर बना ली लोगों के दिल में अपनी एक अलग पहचानऔर इनको जाना गया भारत की पहली विश्व सुंदरी के नाम से।
लारा दत्ता
मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने वाली भारतीय महिला का नाम है। लारा दत्ता लारा दत्ता का जन्म 1978 में गाजियाबाद में हुआ था। और सन 2000 मेंलारा दत्ता ने विश्व सुंदरी का खिताब जीता और उनके सिर पर पहनाया गया मिस यूनिवर्स का ताज। मिस यूनिवर्स बनने के बाद इन्होंने इन्होंने आजमाई अपनी किस्मत बॉलीवुड में और दी कई सारी हिट फिल्में।
हरनाज कौर संधू
पूरे भारतवर्ष के लिए यह एक बहुत बड़ी जीत थी 21 साल बाद फिर से भारत की एक महिला ने जीता विश्व सुंदरी का यह खिताब। हरनाज कौर संधू का जन्म पंजाब के जिला गुरदासपुर में हुआ। यह एक सिख फैमिली से बिलॉन्ग करती हैं। पूरे 21 साल बाद इन्होंने विश्व सुंदरी का खिताब जीतकर पूरे भारतवर्ष को एक नई रोशनी दी। हरनाज कौर संधू का पालन पोषण चंडीगढ़ में हुआ।इन्होंने 2017 में मिस चंडीगढ़ का खिताब जीता और 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब का खिताब जीता और उसके बाद 2021 में उन्होंने मिस यूनिवर्स के कंपटीशन में हिस्सा लिया और जीता विश्व सुंदरी का ताज।